tag:blogger.com,1999:blog-3414484755532890499.post8737941304215043890..comments2023-12-31T00:37:37.453-08:00Comments on मेरी संवेदना : कविता उन याद आये लोगों के पास है Nityanand Gayenhttp://www.blogger.com/profile/14656349243336915008noreply@blogger.comBlogger3125tag:blogger.com,1999:blog-3414484755532890499.post-56355775786863393062018-12-10T05:17:01.102-08:002018-12-10T05:17:01.102-08:00बहुत सुन्दर नित्यानंद जी, हमारी खोखली इंसानियत, हम...बहुत सुन्दर नित्यानंद जी, हमारी खोखली इंसानियत, हमारी दीमक लगी संवेदनाएं, हमारी मगरमच्छ के आंसू जैसी भावुकता और हमारी चुनावी जुमलों जैसी परोपकारिता, हमारी चारित्रिक नग्नता को उजागर कर देती है लेकिन फिर भी हम 'आह से उपजा होगा गान' का प्रपंच रचते भी हैं और फिर भी छपते हैं. गोपेश मोहन जैसवालhttps://www.blogger.com/profile/02834185614715316752noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3414484755532890499.post-39816285416430347442018-01-06T07:53:50.021-08:002018-01-06T07:53:50.021-08:00ब्लॉग बुलेटिन की आज की बुलेटिन, १०० में से ९९ बेई...ब्लॉग बुलेटिन की आज की बुलेटिन, <a href="http://bulletinofblog.blogspot.in/2018/01/blog-post_6.html" rel="nofollow"> १०० में से ९९ बेईमान ... फ़िर भी मेरा भारत महान “ </a> , मे आप की पोस्ट को भी शामिल किया गया है ... सादर आभार !ब्लॉग बुलेटिनhttps://www.blogger.com/profile/03051559793800406796noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3414484755532890499.post-54791313967267239002018-01-06T04:17:56.355-08:002018-01-06T04:17:56.355-08:00सार्थक रचना सार्थक रचना Onkarhttps://www.blogger.com/profile/15549012098621516316noreply@blogger.com