रात भर तेज बारिश के बाद
सुबह धुले -उजले पत्तों को देखना
बड़ा सुखद होता है
तब सोचता हूँ
कि , पिछली बार
जिन लाखों लोगों किया था
संगम पर गंगा स्नान
क्या इन पत्तों सा चमकता है
उनका मन और विचार ?
पर्णहरित या क्लोरोफिल नामक जो तत्व
मौजूद है इन पत्तों में
बनाते हैं जीवन भर
भोजन वृक्ष के लिए
हममें वह कौनसा तत्व है
जो उकसाता है हमें
दूसरों का भोजन छीनने के लिए ?
सुबह धुले -उजले पत्तों को देखना
बड़ा सुखद होता है
तब सोचता हूँ
कि , पिछली बार
जिन लाखों लोगों किया था
संगम पर गंगा स्नान
क्या इन पत्तों सा चमकता है
उनका मन और विचार ?
पर्णहरित या क्लोरोफिल नामक जो तत्व
मौजूद है इन पत्तों में
बनाते हैं जीवन भर
भोजन वृक्ष के लिए
हममें वह कौनसा तत्व है
जो उकसाता है हमें
दूसरों का भोजन छीनने के लिए ?
पिछली बार
ReplyDeleteजिन लाखों लोगों किया था
संगम पर गंगा स्नान
क्या इन पत्तों सा चमकता है
उनका मन और विचार ? …। उचित प्रश्न,पर अनुत्तरित . पाप क्या है - यदि जान लिया तो संगम मन ही होता है,सत्य-स्वीकार-परिवर्तन का जल ही शुद्धता देता है
bilkul sahi kaha sab man ke andr hota hai ,,man me paap nahi uske liy sangam jakar snan karne ki jarurt hi kahan padegi?
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