चुम्बक जिसके सदा
दो कोन होते हैं
दोनों ही कोन
जो सदा आकर्षित करते हैं
विपरीत कोनो को
और अलग करते हैं
समान कोन वालों को
मतलब चुम्बक सन्देश देता है
कि अपने विपरीत विचारधारा वाले का भी
हमें स्वागत करना चाहिए
बहुत पहले जान लिया था इस विचार को
संत कबीर ने
जबकि तब कहीं किसी को पता नही था
चुम्बक के बारे में
किन्तु आज ऐसा होता नही
जबकि हम घिरे हुए हैं चुम्बकों से
किन्तु करते हैं व्यावहार
चुम्बक के सिद्धांत के विरुद्ध
हम खोजते हैं
अपने जैसे विचारधारा वालों को ......
दो कोन होते हैं
दोनों ही कोन
जो सदा आकर्षित करते हैं
विपरीत कोनो को
और अलग करते हैं
समान कोन वालों को
मतलब चुम्बक सन्देश देता है
कि अपने विपरीत विचारधारा वाले का भी
हमें स्वागत करना चाहिए
बहुत पहले जान लिया था इस विचार को
संत कबीर ने
जबकि तब कहीं किसी को पता नही था
चुम्बक के बारे में
किन्तु आज ऐसा होता नही
जबकि हम घिरे हुए हैं चुम्बकों से
किन्तु करते हैं व्यावहार
चुम्बक के सिद्धांत के विरुद्ध
हम खोजते हैं
अपने जैसे विचारधारा वालों को ......
chumbak k pas gyan nahi hai na? par hm sab itne gyanwan ho chuke hn ki gyani wykti ki talash me khud k gyan k dmbh me chumbak k gun nahi apna pate ,,,,,,
ReplyDelete