आये थे सियार बैनर लेकर
कि अब से
सच बोलेंगे
सच सुनेंगे
सच का देंगे साथ
किन्तु, मैं जनता था
कि ये सभी सियार हैं
बदलेंगे,
जब देखेंगे
शेर ने छोड़ दिया है
अपना झूठा मांस
तब सभी टूट पड़ेंगे
सियार कुछ भी बोले
परख के लिए एक बार
उन्हें छोड़ देना चाहिए
बारिश में...|
कि अब से
सच बोलेंगे
सच सुनेंगे
सच का देंगे साथ
किन्तु, मैं जनता था
कि ये सभी सियार हैं
बदलेंगे,
जब देखेंगे
शेर ने छोड़ दिया है
अपना झूठा मांस
तब सभी टूट पड़ेंगे
सियार कुछ भी बोले
परख के लिए एक बार
उन्हें छोड़ देना चाहिए
बारिश में...|
सच कहा सब रंगे सियार होते हैं य राजनीतिबाज़।
ReplyDeletehttp://bulletinofblog.blogspot.in/2014/04/blog-post_30.html
ReplyDeleteaaj ke shiyar utne murkh nahi rh gye pkka rng lga ke aayenge permanent colour
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