Monday, June 17, 2019

अब हम दुःख देने वाली घटनाओं को याद नहीं करते हैं

इतने बच्चों की मौत के बाद
बाज़ार का सेंसेक्स नहीं गिरा है
जबकि चुनाव के बाद एग्जिट पोल देख कर
उछल गया था बाज़ार
बाज़ार मौत पर नहीं रोता कभी
व्यापारी भी नहीं रोता
अबके तो इनके खून में व्यापार है
इसलिए सब ठीक है
आखिर गलती किसकी है
इसका विश्लेषण होता रहेगा
आगामी किसी चुनाव प्रचार में
भारतीय क्रिकेट दल ने पाकिस्तान पर
सर्जिकल स्ट्राइक कर दिया है
मंत्रीजी खुश हैं
मौत के इस मौसम में देश लगातर दुश्मनों पर सर्जिकल स्ट्राइक कर रहा है
अस्पताल की कमी कोई मुद्दा नहीं है 
ऐसी कमियों को गिनवाना
देश का अपमान है
डॉक्टर हड़ताल पर हैं
किन्तु अपनी निजी क्लिनिक पर
वे रात-दिन जनता की सेवा में हैं
आओ हम सब सेंसेक्स की उछाल में देश की तरक्की देखें
क्रिकेट भी है देशभक्ति को प्रमाणित करने के लिए
शुक्र करो इस बार कोई ऑक्सीजन की कमी से नहीं मरा
न ही अगस्त में
इस बार जून में ही लीला शुरू है
वो कौन एक लड़की थी न 8 बरस की
जो भात-भात चीखते हुए मरी थी ?
देखो, अब किसी को याद भी नहीं
कितने किसान मरे हैं
देश बदल रहा है
अब हम दुःख देने वाली घटनाओं को याद नहीं करते हैं
रफाल विमान आने वाला है
बुलेट ट्रेन भी
दुनिया की सबसे ऊँची प्रतिमा भी स्थापित कर ली है हमने
ऊंचाई से जमीन की चीजें बहुत छोटी दिखाई पड़ती है
अभी मैं भी यह कविता पेल कर सोने वाला हूँ कूलर की हवा में
चादर तान कर .....
आप भी सो जाओ
या व्हाट्स एप पर लग जाओ
रायसीना हिल्स पर चांदनी है
इंडिया गेट जाकर आइस क्रीम भी खा सकते हो ...

1 comment:

इक बूंद इंसानियत

  सपनों का क्या है उन्हें तो बनना और बिखरना है मेरी फ़िक्र इंसानों की है | कहीं तो बची रहे आँखों में इक बूंद इंसानियत तब हम बचा लेंगे इस धरती...