आदमी -आदमी में
समाया हुआ है षड्यंत्र ....
बस पहनकर मुखौटा जाते हैं
आईने के सामने ...
कुछ ने उन्हें दूर से देखा .
कुछ ने कहा
आत्मा से मरे हुए लोग
मैंने उन्हें जिंदा पाया
भय के कारण
दीर्घ साँस लेते हुए
समाया हुआ है षड्यंत्र ....
बस पहनकर मुखौटा जाते हैं
आईने के सामने ...
कुछ ने उन्हें दूर से देखा .
कुछ ने कहा
आत्मा से मरे हुए लोग
मैंने उन्हें जिंदा पाया
भय के कारण
दीर्घ साँस लेते हुए
बस पहनकर मुखौटा जाते हैं
ReplyDeleteआईने के सामने ...sach kaha aapne ...
इस दुनिया में जिन्दा लोग बहुत कम मिलेंगे, अगर कभी मिले भी तो मरे हुए लोग उन्हें मारने के लिए तैयार रहते हैं, क्योंकि वे बताते हैं कि तुम मरे हुए होा
ReplyDeleteवाह......
ReplyDeleteखुद से डरा है शायद....
अनु