तुम्हारी आँख का एक बूंद आंसू
गहरा सागर है
मेरे लिए
और तुम्हे मालूम है
मुझे डुबने से डर लगता है
क्योंकि मुझे --
गहरा सागर है
मेरे लिए
और तुम्हे मालूम है
मुझे डुबने से डर लगता है
क्योंकि मुझे --
तैरना नही आता /
. 1. मैं युद्ध का समर्थक नहीं हूं लेकिन युद्ध कहीं हो तो भुखमरी और अन्याय के खिलाफ हो युद्ध हो तो हथियारों का प्रयोग न हो जनांदोलन से...
kyonki maine to hamesha chaha ki
ReplyDeleteHo har din suhana teri jindagi mein!
Ho khushiyon ka aalam teri jindagi mein !
veeranagi ki kahin na koi baat ho,
Ho baaten baharon ki teri jindagi mein!!
Satat likhate rahiye....................
...तुम्हारी ऑंख का एक (बूँद) ऑंसू.....
ReplyDelete............अरविंद जी ने बेहतर सुझाया....
सार्थक यत्न...।
achi kavith hai
ReplyDeleteshi savedna.........
ReplyDeletebhot sandar
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