बस तुम से
तुम तक
रहे मेरी बातें
जब कभी तुम्हें याद आये
वो चांदनी रातें
ठीक मेरी तरह
हमेशा सुरक्षा का एक घेरा चाहती हैं
मेरी बातें ....
. 1. मैं युद्ध का समर्थक नहीं हूं लेकिन युद्ध कहीं हो तो भुखमरी और अन्याय के खिलाफ हो युद्ध हो तो हथियारों का प्रयोग न हो जनांदोलन से...
well said sir
ReplyDeleteg8t...
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