Sunday, October 23, 2011

दरारें


दरारें बहुत घातक होती है
चाहे कहीं हो
दीवार में
या रिश्तों में
बालू -सीमेंट भर सकती हैं
दीवार की दरारें
किन्तु -
रिश्तों की दरारें
नही भरती किसी भी सीमेंट से
बचा के रखिये
रिश्तों को --
हर दरार से ...........

6 comments:

  1. सटीक कहा है ..सुन्दर प्रस्तुति

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  2. काफी समय बाद आपने कुछ लिखा ............ अच्छा लगा ........... धन्यवाद .

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  3. आपकी किसी नयी -पुरानी पोस्ट की हल चल कल 27-10 - 2011 को यहाँ भी है

    ...नयी पुरानी हलचल में आज ...

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  4. Very well said sir and its true...

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  5. "दरारें बहुत घातक होती है
    चाहे कहीं हो"
    बचा के रखिये
    रिश्तों को --
    हर दरार से ...........

    निःसंदेह अच्छी रचना

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