वे सभी
जो मूक हैं
वक्त को बना कर जिम्मेदार
छुपाया अपनी कमजोरी को
और बने रहे चापलूस
सम्पूर्ण पतन के बाद
वे आयेंगे होश में
खोलेंगे अपने द्वार
लाशों पर चलकर आयेंगे
एक दीपक जलाने को
और बनेंगे जग के उद्धार ....?
जो मूक हैं
वक्त को बना कर जिम्मेदार
छुपाया अपनी कमजोरी को
और बने रहे चापलूस
सम्पूर्ण पतन के बाद
वे आयेंगे होश में
खोलेंगे अपने द्वार
लाशों पर चलकर आयेंगे
एक दीपक जलाने को
और बनेंगे जग के उद्धार ....?
वाह...
ReplyDeleteलाजवाब...सदा की तरह.
अनु
भले जीवन में परिस्थितियां एक सी नहीं होती ..
ReplyDeleteपर कर्मशील ही सफल होते हैं
सुंदर अभिव्यक्ति
sabko gila bhi hai is vyavastha se,aur kisi ke sine me bgavat bhi nhi.
ReplyDeleteसुन्दर!! निशब्द....
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