राजा संविधान कभी नहीं पढ़ता
वैसे राजा संविधान लिखता भी नहीं
इसलिए वह संविधान की परवाह नहीं करता
राजा का आदेश ही
राजा का संविधान है
जिसे प्रजा पर हर हाल में थोप दिया जाता है
क्यों कि राजा का मानना है कि
उसकी भलाई में ही
प्रजा की भलाई है
राजा आखिर सिर्फ राजा नहीं होता
इतिहास कहता है राजा धरती पर देवता का प्रतिनिधि है
और ये इतिहास किसने कब लिखा
किसी को नहीं पता
किसी देवता ने किसी मनु को राजा बना दिया था
ऐसी अफ़वाह खूब फैलायी गयी यहाँ
वैसे राजा संविधान लिखता भी नहीं
इसलिए वह संविधान की परवाह नहीं करता
राजा का आदेश ही
राजा का संविधान है
जिसे प्रजा पर हर हाल में थोप दिया जाता है
क्यों कि राजा का मानना है कि
उसकी भलाई में ही
प्रजा की भलाई है
राजा आखिर सिर्फ राजा नहीं होता
इतिहास कहता है राजा धरती पर देवता का प्रतिनिधि है
और ये इतिहास किसने कब लिखा
किसी को नहीं पता
किसी देवता ने किसी मनु को राजा बना दिया था
ऐसी अफ़वाह खूब फैलायी गयी यहाँ
वर्षों पहले क्टेवियन ने जूलियस सीज़र के सभी संतानों को मार दिया था
राजाओं को प्रिय है आक्रमण और हत्याओं की कहानी
राजाओं का प्रिय शौक है शिकार खेलना
प्राचीन राजा जंगल में शिकार खेलते थे
आधुनिक राजा के साम्राज्य में जंगल नहीं बचे हैं
इसलिए राजा अब शहरों, नगरों, कस्बों और गांवों में घुस कर शिकार खेलता है
वह शहर,
नगर,
गाँव को जंगल बना देना चाहता है |
राजाओं को प्रिय है आक्रमण और हत्याओं की कहानी
राजाओं का प्रिय शौक है शिकार खेलना
प्राचीन राजा जंगल में शिकार खेलते थे
आधुनिक राजा के साम्राज्य में जंगल नहीं बचे हैं
इसलिए राजा अब शहरों, नगरों, कस्बों और गांवों में घुस कर शिकार खेलता है
वह शहर,
नगर,
गाँव को जंगल बना देना चाहता है |
राजा निपुण शिकारी है
और प्रजा आधुनिक जंगल के निवासी !
और प्रजा आधुनिक जंगल के निवासी !
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