मैं एक हारा हुआ व्यक्ति हूँ
इसलिए तुम्हें खोने से डरता हूँ
तुमने जब
मुझे 'कवि' कह कर संबोधित किया
मैंने खुद को तुम्हारा कवि कहा
तुम्हें छूना चाहता हूँ
पर,
तुम्हारी नाजुकता से डरता हूँ
तुम मेरा महाकाव्य हो |
रचनाकाल : 4 अगस्त 2016 (posted on facebook )
इसलिए तुम्हें खोने से डरता हूँ
तुमने जब
मुझे 'कवि' कह कर संबोधित किया
मैंने खुद को तुम्हारा कवि कहा
तुम्हें छूना चाहता हूँ
पर,
तुम्हारी नाजुकता से डरता हूँ
तुम मेरा महाकाव्य हो |
रचनाकाल : 4 अगस्त 2016 (posted on facebook )
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