आई. पी .एल में लग रही है
खिलाडियों की करोड़ों में बोली
सुखे - डुबे खेतों में हो रही है
खिलाडियों की करोड़ों में बोली
सुखे - डुबे खेतों में हो रही है
किसानों की बलि.
टू जी में उलझा दिया प्याज में आग लगा दिया
आदर्श का भी अपमान किया
अब बल्ला - गेंद बचा है
चुन लो क्या खायोगे .
bilkul sahi vyang rachna likha hai aapne.
ReplyDeletea good poem depicting present situation ./
ReplyDeletesundar rachna ke liye dhanyavad...
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