Friday, March 24, 2017

योगी सत्ता में

एक योगी
टीवी पर योग सिखाते -सिखाते
अब टीवी पर
साबुन ,
तेल,
नून, दातुन पेस्ट
और घी आदि बेचने लगा है
हाँ, वही
जो सलवार-शूट पहिनकर भागा था
बिलकुल वही
जिसने टीवी पत्रकार से कहा था
जब वो मूतने जाता है तो
दो हजार लोगों की भीड़ जमा हो जाती है
हाँ, वही
जिसने कहा था
कि कानून का डर है
वर्ना कईयों की लाशें बिछा देता !
एक संत बना बैठा बलात्कारी
उसकी आसा
जेल में निराशा में बदल गयी
और अब एक
प्रेमियों पर कड़ी पहरा बैठा कर
खूब मजे ले रहा है
गाजीपुर के मुर्गी व्यापारी सहमे हुए हैं
मुर्गियां बिकना नहीं चाहती
काशिम मुल्ला का परिवार
भुखमरी के द्वार पर खड़ा है
दिन में एक बालिका बता गयी
कि कौटिल्य साधू था
मुझे लगा था
कि वो तक्षशिला विश्वविद्यालय में
राजनीति का प्राचार्य था
पर जब कोई भक्त कुछ नया कहें
तो मान लेना बेहतर
मेरे बहुत दोस्त हैं
ऐसा मैं भी मानता था
साधुओं की तरह
उनके चेहरे भी रोज खुल रहे हैं
मैं समझदार हो रहा हूँ
उनके चेहरे की रौनक से
मतलब मेरा भ्रम टूट रहा है
उन्हें भी पता चल गया है

No comments:

Post a Comment

युद्ध की पीड़ा उनसे पूछो ....

. 1.   मैं युद्ध का  समर्थक नहीं हूं  लेकिन युद्ध कहीं हो तो भुखमरी  और अन्याय के खिलाफ हो  युद्ध हो तो हथियारों का प्रयोग न हो  जनांदोलन से...