हैरानी अब इस बात पर है
कि तुम्हें सताने लगी हैं
मेरी परेशानियाँ
काश पहले घटी होती यह घटना
तो --
शायद मैं इतना
परेशान न होता आज इतना
अब आलम यह है
कि मैं कह नहीं सकता तुम्हे
कि तुम --
मत हो परेशान इतना
मेरी परेशानियों से
क्योंकि --
अब यह परेशानियाँ
सिर्फ मेरी है .//
बहुत अच्छी रचना ...भावनाओं को सही रूप दिया है
ReplyDeleteयहॉं थोड़ा और ठहरना था....
ReplyDeleteआप सभी का तह दिल से धन्यवाद .
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