खुद को घोषित किया नास्तिक
फिर भी दिखाई देते हैं ईश्वर
मुस्कुराते मासूम ,
नन्हे चेहरों पर
मैं क्या करूँ .................?
फिर भी दिखाई देते हैं ईश्वर
मुस्कुराते मासूम ,
नन्हे चेहरों पर
मैं क्या करूँ .................?
सपनों का क्या है उन्हें तो बनना और बिखरना है मेरी फ़िक्र इंसानों की है | कहीं तो बची रहे आँखों में इक बूंद इंसानियत तब हम बचा लेंगे इस धरती...
बहुत सुन्दर !
ReplyDeleteआभार !
बहुत बार सोचा
ReplyDeleteकि दुनिया का सबसे शक्तिशाली इंसान कौन है?
बहुत से चेहरे मेरी आँखों के सामने
नाचने लगे
सोचा-
एक राजा, नहीं!
उसे तो हमेशा डर होता है
अपनी सत्ता के खोने का,
एक उद्योगपति, नहीं!
उसे भी डर होता है
अपने उद्योग के दिवालिया होने का,
और भी कई चेहरे........
तभी याद आयी एक बच्चे की
जिसे कोई चिंता नहीं कुछ खोने की
दुनिया के सबसे प्रभावशाली इंसान तक को
झुकना पड़ता है
एक मुस्कुराते हुए बच्चे के सामने
(उसे अपनी गोद में उठाने के लिए)...