Tuesday, May 9, 2017

मैंने पीठ दिखाना नहीं सीखा अब तक

मेरी हत्या की सारी तैयारी हो चुकी है
हत्या के बाद
न मेरी लाश मिलेगी
न ही मेरी हड्डियाँ
मेरी हत्या की तैयारी
बोलने वाले
चील, कौओं और गीदड़ों ने की है
इस बार
वे न तो मुझे दफनायेंगे
न ही जलाएंगे मेरी लाश को
और मैं हूँ
कि उनकी इस साजिश को समझते हुए भी
निहत्था खड़ा हूँ तुम्हारे पक्ष में
बात तुम्हारी मुक्ति तक सीमित नहीं है
मेरी लड़ाई
तुम्हारे सुखद और सुरक्षित भविष्य की भी है
और मैं जानता हूँ
कि वे कुछ नहीं बिगाड़ सकते मेरा
मेरी विजय से पहले |
बात दुश्मनों की तो समझ सकता हूँ
पर तुम कैसे शामिल हो गये उनके पक्ष में
मेरी हत्या की साजिश में ?
जबकि तुम्हें पता है
कि मेरे जाने के बाद भी यह सवाल
करता रहेगा तुम्हारा पीछा
लड़ाई में हार दुश्मनों से नहीं होती हर बार
कुछ अपने भी हरा दिया करते हैं कभी -कभी |
मैं बार-बार याद कर रहा हूँ
आज़ादी की इस संघर्ष में
साथ देने का तुम्हारे वादे को
और मैंने दिया था भरोसा
कि निराश नहीं करूँगा तुम्हें आखिरी साँस तक
फिर कैसे बदल गया ये मौसम अचानक !
कैसे हुआ यह सब
कि तुम भी खड़े हो गए मेरे विरुद्ध मेरे दोस्त ?
बहुत मासूम हो तुम साथी
कि समझ नहीं पाये उनकी चाल
चलो, तुम साथ न सही
तुम्हारे उस झूठे वादे को साथ मानकर
लडूंगा
मैंने पीठ दिखाना नहीं सीखा है अब तक |

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