तुम्हारे बिखराए शब्दों को
समेटकर , लगा दिया है मैंने
पंक्तियों में डाल कर
छंद बनाया है |
देखो एक नज़र
बनी है कोई कविता
या कोई मिलन गीत ?
समेटकर , लगा दिया है मैंने
पंक्तियों में डाल कर
छंद बनाया है |
देखो एक नज़र
बनी है कोई कविता
या कोई मिलन गीत ?
या कोई प्रेम गीत!!!!! जो रच डालेगा इतिहास नया...
ReplyDeleteअनु
sundar ........
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