हम सब
संवेनशील लोगों ने
लिखी ढेरों कविताएँ
आत्महत्याओं पर
और अर्पित किया
अपनी श्रधांजलि
मरे हुए लोगों को
खूब किया हल्ला
खूब हुए चिंतित
संवेनशील लोगों ने
लिखी ढेरों कविताएँ
आत्महत्याओं पर
और अर्पित किया
अपनी श्रधांजलि
मरे हुए लोगों को
खूब किया हल्ला
खूब हुए चिंतित
हर एक मौत के बाद
पर हम लिख न पाए
एक भी कविता
उन्हें मौत से रोकने
के प्रयास में
संवेदनाएं जगती है हमारी
किसी की मौत के बाद ......
पर हम लिख न पाए
एक भी कविता
उन्हें मौत से रोकने
के प्रयास में
संवेदनाएं जगती है हमारी
किसी की मौत के बाद ......