Wednesday, April 9, 2014

सियार चरित्र

आये थे सियार बैनर लेकर 
कि अब से 
सच बोलेंगे 
सच सुनेंगे 
सच का देंगे साथ
किन्तु, मैं जनता था 
कि ये सभी सियार हैं 
बदलेंगे, 
जब देखेंगे 
शेर ने छोड़ दिया है 
अपना झूठा मांस
तब सभी टूट पड़ेंगे

सियार कुछ भी बोले
परख के लिए एक बार
उन्हें छोड़ देना चाहिए
बारिश में...|

Wednesday, April 2, 2014

चुम्बक

चुम्बक जिसके सदा
दो कोन होते हैं
दोनों ही कोन
जो सदा आकर्षित करते  हैं
विपरीत कोनो को
और  अलग करते  हैं
समान कोन वालों को

मतलब चुम्बक सन्देश देता है
कि अपने विपरीत विचारधारा वाले का भी
हमें स्वागत करना  चाहिए

बहुत पहले जान लिया था इस विचार को
संत कबीर ने
जबकि तब कहीं किसी को पता नही था
चुम्बक के बारे में
किन्तु आज ऐसा होता नही
जबकि हम घिरे हुए हैं चुम्बकों से
किन्तु करते हैं  व्यावहार
चुम्बक के सिद्धांत के विरुद्ध
हम खोजते हैं
अपने जैसे विचारधारा वालों को ......


इक बूंद इंसानियत

  सपनों का क्या है उन्हें तो बनना और बिखरना है मेरी फ़िक्र इंसानों की है | कहीं तो बची रहे आँखों में इक बूंद इंसानियत तब हम बचा लेंगे इस धरती...