वे खोज रहे हैं
कविता में शिल्प और सौंदर्य
मैं खोज रहा हूँ ,कविता
किसान के खेत में
मजदूर के पसीने में
बच्चों की हंसी में
उजड़ चुके जंगल में
सूख चुकी नदी में
सभी जगह मिली मुझे
शिल्पहीन कविता
सौंदर्य के नाम पर
मिली मुझे सिर्फ गहरी वेदना ...
कविता में शिल्प और सौंदर्य
मैं खोज रहा हूँ ,कविता
किसान के खेत में
मजदूर के पसीने में
बच्चों की हंसी में
उजड़ चुके जंगल में
सूख चुकी नदी में
सभी जगह मिली मुझे
शिल्पहीन कविता
सौंदर्य के नाम पर
मिली मुझे सिर्फ गहरी वेदना ...