उन्हें नहीं है
रोटी की चिंता
कोई आकर बना जाता है
वे सिर्फ खाने में माहिर हैं
बड़ी तबियत से खाते हैं
पचा भी लेते हैं .....
वो जो आकर
सेंक जाता है रोटियां
उनके लिए
उन्हें वे
हरामखोर कहते है ..
रोटी की चिंता
कोई आकर बना जाता है
वे सिर्फ खाने में माहिर हैं
बड़ी तबियत से खाते हैं
पचा भी लेते हैं .....
वो जो आकर
सेंक जाता है रोटियां
उनके लिए
उन्हें वे
हरामखोर कहते है ..