तुम्हारे अतीत से 
पूछे जायेंगे सवाल 
आज जैसे तुम पूछते हो 
तुम्हारे माथे पर 
उभर आयेंगी 
लज्जा और घबराहट की लकीरें 
जोश में अक्सर 
होश खो जाता है 
तभी लिख जाता है 
एक काला  इतिहास 
वक्त के साथ
 शिथिल हो जाता है
 खून का उबाल  
तब अहसास होता है
  भूल का 
पर बीता हुआ समय
 लौट कर नही आता 
और मुमकिन नही अब 
अशोक महान बनना 
सिर्फ खुद पर 
शर्मिंदा होना पड़ता है ............
 
 
 
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